Programming kya haiप्रोग्रामिंग क्या है और कैसे सीखें? :- नमस्कार दोस्तों! आप सभी का हमारे ब्लॉग में स्वागत है।आज हम बेहद ही महत्त्वपूर्ण विषय के बारे में जानने वाले हैं।आज में आपको programming kya hai और programming languages के बारे में ज्ञान देेंनेवला हूं।
क्या आप भी जाणना चाहते हैं, programming kya hai? शायद आपने इस्के बारे में जरूर सुना होगा. अगर आप computer और computer related knowledge में रूची रखतें हैं तो आपके लिए प्रोग्रामिंग क्या है जानना बेहद ही जरूरी है।
क्योंकि programming करके ही हम सभी कार्य computer से करवाते हैं। ऎसा समझो कि programming एक computer से काम करवाने का जरिया है, जो की हम programming languages के मदद से करते हैं।
Contents
- 1 प्रोग्रामिंग क्या है और कैसे सीखें? | What is programming in hindi
- 1.1 प्रोग्रामिंग भाषाएं क्या होती हैं? | What is programming languages in hindi
- 1.2 प्रोग्रामिंग भाषाओं के प्रकार | Types of programming languages:
- 1.3 Compiler और interpreter में क्या अंतर है?(what is difference between compiler and interpreter)
- 1.4 प्रोग्राम क्या है? | What is program in hindi
- 1.5 प्रोग्राम के प्रकार | Types of program in hindi
- 1.6 प्रोग्रामिंग कैसे सीखें? | How to learn programming in hindi
- 1.7 आपने क्या सीखा ?
प्रोग्रामिंग क्या है और कैसे सीखें? | What is programming in hindi
programming जानने से पहले हमें programming languages के बारे में जानना चाहिए। क्योंकि programming languages से ही programming उत्पन्न होती हैं.
प्रोग्रामिंग भाषाएं क्या होती हैं? | What is programming languages in hindi
कई हजार सालों से मनुष्य आपस में बातचीत करने के लिए या अपनी भावनाओं को स्पष्ट करने के लिए भाषा language का इस्तेमाल करता आ रहा है। जैसे हमें किसि से बात करनी होती है या कुछ चाहिए होता है तो हम उसे अपनी भाषा में बोलके बताते है।
वैसे ही कंप्यूटर में communication के लिए programming languages का इस्तेमाल किया जाता है।
जैसे मनुष्य भाषा को सुनकर communication करता है। एक-दूसरे से अपनी भाषा में विचार प्रधान करता है। लेकिन computer तो निर्जीव है। उस तक हम अपनी instructions को कैसे पहुंचाइए?
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कंप्यूटर तक हम अपनी instructions प्रोग्राम के जरिए पहुंचाते हैं। उस program को बनाने के लिए हम programming languages का इस्तमाल करते हैं। प्रोग्रामिंग भाषाओं का मुख्य उद्देश्य मशीन के प्रदर्शन को नियंत्रित करना और algorithm को व्यक्त करना होता है।
प्रोग्रामिंग भाषाएं क्या होती हैं? यह अब आपको बेहतर समझा होगा। अब हम programming languages के प्रकारों के बारे में सविस्तर जानते है।
प्रोग्रामिंग भाषाओं के प्रकार | Types of programming languages:
आम तौर पर programming languages का दो पार्ट में विभाजन किया गया है:
- Low level languages
- High level languages
निम्न स्तरीय भाषाएं – Low level languages (LLL):
Low level languages वो होती है जिन्हें कंप्यूटर द्वारा बड़ी आसानी से समझा जाता है। ये languages computer के करीबी होती है। लेकिन इंसानों के लिए इन लैंग्वेजेस को समजना बेहद ही मुश्किल होता है। क्यों कि इन languages को binary code में लिखा जाता है। मतलब इनमें जो code लिखे जाते है वो सिर्फ 0 और 1 का इस्तमाल करके लिखे जाते है। इसलिए इन्हें binary language भी कहा जाता हैं।
आपको Low level languages अच्छी तरह से समझ आई होंगी, अब चलिए उनके प्रकारों के बारे में जानते हैं।
Low level languages भी दो प्रकार की होती है:
- Machine languages
- Assembly languages
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Machine languages:
Machine languages सभी तरह के मशीनों के बेहद निकट होती है। क्योंकी इन लैंग्वेजेस को मशीनों द्वारा बड़ी आसानी से समझा जाता है। इनमें code 0 और 1 का इस्तमाल करके बनाया जाता है। इन languages को अन्य भाषाओं में translate करनेकी जरूरत नहीं होती है, क्योंकि इन languages को मशीनों द्वारा बड़ी असानिसे execute किया जाता हैं।
Machine languages इंसानों को समजने के लिए बेहद ही मुश्किल होती हैं। क्योंकि इनको समजने के लिए बहुत सारे binary code को समजना पड़ता है और उन्हें याद करना पड़ता हैं। और यह करना सामान्य इंसान के लिए असंभव है।
इसलिए Machine languages का समावेश Low level languages में किया जाता हैं।
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Assembly languages:
Machine languages को और आसान करने के लिए Assembly languages का निर्माण किया गया है। यह लैंग्वेजेस भी Low level languages ही हैं। बस यहां पे binary code के जगह कुछ pnunomic abbreviations(जैसे sum, add, div, etc) का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इन लैंग्वेजेस को मनुष्य द्वारा समजा जा सकता है।
इन languages को कंप्यूटर और मशीनों द्वारा execute करने के लिए उन्हें machine languages में convert किया जाता हैं। इसे convert करनेके लिए जिस software या tool का इस्तेमाल किया जाता है, उसे asembler कहते है। जादातर इन languages को microprocessor बनाने के लिए इसतेमाल किया जाता हैं।
तो अपने Low level languages और उनके प्रकारों के बारे में (machine languages and assembly languages) विस्तारित जानकारी प्राप्त कर ली।अब हम जानते है कि High level languages kya hai और यह कैसे काम करती है।
उच्च स्तरीय भाषाएं – High level languages(HLL):
High level languages(HLL) यह human readable languages होती हैं। इनमें code English
language का इस्तमाल करके लिखा जाता हैं। इन languages का Syntax, English से काफी मिलता जुलता होता है। इसलिए इन्हें मनुष्य आसानी से पढ़ सकता है और समज सकता है।
Java, python, C++ जैसी कुछ HLL काफी popular है। यह लैंग्वेजेस web designing से game development तक सभी जगह use की जाती है। Computer और machines इन High level languages समज नहीं पाते। इसलिए इनका HLL to machine language(binary language) में convert किया जाता हैं।
HLL को Binary code में convert करने के लिए हम compiler और interpreter इन दो tools का इस्तमाल करते।
Compiler और interpreter में क्या अंतर है?(what is difference between compiler and interpreter)
Compiler प्रोग्राम के पूरे source code को पहले machine language में convert करता है और बाद में उसे execute करता है।
लेकिन interpreter का कार्य compiler से अलग है। Interpreter प्रोग्राम के source code को line by line machine language में convert करता है और line by line execute करता है। Programming languages के बारे में हमने जानकारी प्राप्त कर ली। अब हम सविस्तर जानते हैं program क्या हैं।
प्रोग्राम क्या है? | What is program in hindi
Program is a set of instructions which are given to the computer to perform a specific task
“Program एक सूचना का संच होता हैं, जीसके जरिये हम कॉम्प्युटर से काम करवाते हैं.”
Program एक programmer के द्वारा programming language मे बानाया जाता हैं. यह program एक human readable source code होता हैं. मतलब इसे मानव पढ सकता हैं.
Program को हम प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस के जरिए लिखते है और computer को कोई काम करने के लिए सुचना देते है। यह प्रोग्राम execute होने के बाद हमें स्क्रीन पर output मिलता है।
प्रोग्राम के प्रकार | Types of program in hindi
Program के मुख्य दो प्रकार होते हैं.
- Application program
- System program
हम अगले आर्टिकल में प्रोग्राम के बारे में सविस्तर जानकारी हासिल करते हैं। एप्लिकेशन प्रोग्राम और सिस्टीम प्रोग्राम के भी कई सारे अंग है उनको हम अगले आर्टिकल में अच्छी तरह से समझ लेते हैं। इस आर्टिकल में आपको प्रोग्रामिंग क्या है? और प्रोग्रामिंग कैसे सीखें? के बारे में ज्ञान देना हमारा उद्देश्य था।
प्रोग्रामिंग कैसे सीखें? | How to learn programming in hindi
यदि आप प्रोग्रामिंग सीखना चाहते है और बिल्कुल बिगनर है तो फिर आपको नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करना चाहिए, यह टिप्स आपको जल्दी से जल्दी और आसन तरीके से प्रोग्रामिंग भाषाएं सीखने में हेल्प करेंगी।
आज लगभग 2500+ से भी ज्यादा प्रोग्रामिंग भाषाएं उपलब्ध है और यह सभी प्रोग्रामिंग भाषाएं किसी विशिष्ट काम के लिए तैयार की होती है जैसे वेब डेवलपमेंट, ऐप डेवलपमेंट, ऑपरेटिंग सिस्टम, आदि। लेकिन कुछ प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग आप लगभग सभी जगह कर सकते हो उन्हे multi purpose प्रोग्रामिंग भाषाएं कहा जाता हैं।
यदि आप प्रोग्रामिंग की दुनिया में बिल्कुल नए है तो फिर आप कंफ्यूज हो जाओगे की कहां से शुरू करे? यदि आप प्रोग्रामिंग को आसान तरीके से सीखना चाहते हो तो फिर आपको सबसे पहले ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा सीखनी चाहिए जिसका syntax सबसे आसान और जल्दी समझने लायक हो जैसे की python, c, c++, आदि
मेरी माने तो आप पाइथॉन लैंग्वेज से शुरू कर सकते हैं क्योंकि यह बेहद ही आसान और सबसे पावरफुल प्रोग्रामिंग भाषा है। पाइथॉन लैंग्वेज का syntax बेहद ही सरल और आसान है जिसे एक नया व्यक्ति बहुत जल्दी समझ सकता हैं। पाइथॉन लैंग्वेज की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें बाकी प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में बेहद ही कोड लिखने की आवश्यकता होती हैं।
Tips to learn programming in a easiest and efficient way :
- सबसे पहले आप किसी भी एक आसान प्रोग्रामिंग भाषा सीखना शुरू करे जैसे कि python, C, C++
- आपको पहली प्रोग्रामिंग भाषा सीखते समय सभी कॉन्सेप्ट्स को अच्छी तरह समझ लेना है जैसे कि इंटरप्रेटर क्या होता है, compiler क्या होता है, logic क्या होता है, flowchart, algorithm, psuedocode, variables किसे कहते है, प्रोग्राम कैसे execute होता है, आदि
- उसके बाद आपको डेली प्रोग्रामिंग प्रॉब्लम स्टेटमेंट को solve करना है
- Programs को solve करते समय आप को ध्यान देना है की प्रोग्राम कैसे execute हो रहा है, प्रोग्राम में कोनसा स्टेटमेंट पहले एक्जीक्यूट है रहा है और कोनसा बाद में, प्रोग्राम में लिखे varibles और fuction का कार्य और उनके उद्देश्य को समझना है।
- आपको रोजाना प्रोग्राम्स solve करने की practice करनी है , किसी भी प्रोग्राम में खुदका लॉजिक लिखने का प्रयास करना है और उसे run करके देखना है
- यदि आप प्रोग्रामिंग भाषाओं की सभी concepts और terminologies को अच्छी तरह है समझ जाते है और डेली प्रोग्राम्स solve करने की प्रैक्टिस करोगे तो फिर आप जल्दी से जल्दी किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा को सीख पाएंगे
- यदि आप पहिली प्रोग्रामिंग भाषा अच्छी तरह से सीख गए तो फिर आपको बाकी कौनसी भी प्रोग्रामिंग भाषा सीखना बेहद आसान हो जाएगा क्योंकि सभी प्रोग्रामिंग भाषाओं में लगभग same ही concept और terminologies होती बस थोड़ा syntax बदल जाता हैं
- प्रोग्रामिंग को सीखने के लिए गूगल और यूट्यूब पर बेहद सारे फ्री programming tutorials है जहां से आप आसानी से प्रोग्रामिंग सीख सकते हैं।
प्रोग्रामिंग सीखने के लिए रिसोर्सेस :
- W3school
- Tutorialspoint
- Javatpoint
- Programiz
- Code with harry
आपने क्या सीखा ?
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको प्रोग्रामिंग क्या होती है के बारे में पूरी जानकारी प्रदान कि है। इस आर्टिकल में हमने जाना की प्रोग्रामिंग क्या है?(what is programming in hindi) प्रोग्रामिंग भाषाएं क्या होती है? प्रोग्राम क्या है? प्रोग्रामिंग कैसे सीखें? प्रोग्रामिंग के प्रकार, प्रोग्रामिंग भाषाओं के प्रकार, प्रोग्राम के प्रकार, आदि।
आज के आधुनिक युग में प्रोग्रामिंग लगभग सभी यंत्रों और मशीनों में इस्तेमाल की जा रही हैं उन्हे instructions प्रोवाइड करने के लिए। आप के आसपास चलने वाले लगभग सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण प्रोग्रामिंग लॉजिक पर ही वर्क करते हैं। इसलिए प्रोग्रामिंग के बारे में आपको जानकारी होना बेहद जरूरी है।
इसलिए मुझे लगा कि programming kya hai के बारे में जानकारी क्यों ना अपने पाठकों को बताई जाए। मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी बेहद पसंद आएगी। आपको टेक्नोलॉजी के बारे में सभी रोचक जानकारी इस ब्लॉग में हमेशा पढ़ने को मिलेगी, धन्यवाद…।